ब्रिटेन में डॉ. एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक, ब्रिटिश सांसदों ने जताई नाराज़गी

Breach of security of Dr S Jaishankar : लंदन में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक हुई है, जिसके बाद ब्रिटेन पर कूटनीतिक दबाव बढ़ रहा है. ब्रिटेन के विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने इस मुद्दे को उठाया और इसे ‘खालिस्तानी गुंडों’ की ओर से हमला बताया. घटना 6 मार्च की शाम लंदन के चैथम हाउस के बाहर हुई,

ब्रिटेन में डॉ. एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक, ब्रिटिश सांसदों ने जताई नाराज़गी

Breach of security of Dr S Jaishankar : लंदन में भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर की सुरक्षा में चूक हुई है, जिसके बाद ब्रिटेन पर कूटनीतिक दबाव बढ़ रहा है. ब्रिटेन के विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी के सांसद बॉब ब्लैकमैन ने इस मुद्दे को उठाया और इसे ‘खालिस्तानी गुंडों’ की ओर से हमला बताया. घटना 6 मार्च की शाम लंदन के चैथम हाउस के बाहर हुई,

जब डॉ. जयशंकर एक सार्वजनिक कार्यक्रम के बाद निकल रहे थे. इस दौरान एक प्रदर्शनकारी ने सुरक्षा में सेंध लगाने की कोशिश की. ब्लैकमैन ने ब्रिटिश संसद हाउस ऑफ कॉमन्स में इस घटना को लोकतंत्र के लिए अपमान बताया और गृहमंत्री यवेट कूपर से सवाल किया कि आने वाले गणमान्य लोगों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी.

ब्लैकमैन ने संसद में कहा, ‘कल भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर पर हमला हुआ, जब वह एक सार्वजनिक स्थान से निकल रहे थे. उन पर खालिस्तानी गुंडों ने हमला किया. यह जिनेवा कन्वेंशन के खिलाफ है और ऐसा लगता है कि पुलिस और सुरक्षा बल उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने में नाकाम रहे. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह ऐसा दोबारा न हो.’ इससे पहले ब्रिटेन के विदेश, राष्ट्रमंडल और विकास कार्यालय (FCDO) ने मध्य लंदन में चैथम हाउस के बाहर हुई घटना की कड़ी निंदा करते हुए एक बयान जारी किया.

भारत ने जताई आपत्ति

हाउस ऑफ कॉमन्स की नेता लूसी पॉवेल ने इस घटना पर गहरी चिंता जताई. उन्होंने कहा, ‘मुझे इस घटना के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ. यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है और हम नहीं चाहते कि हमारे देश में आने वाले आगंतुकों के साथ इस तरह का व्यवहार हो.’ उन्होंने ब्लैकमैन को आश्वासन दिया कि गृह मंत्री इस मामले पर पूरी तरह से जवाब देंगी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए ब्रिटेन के चार्ज डी’ अफेयर्स क्रिस्टीना स्कॉट को तलब किया और अपनी चिंताएं बताईं. भारत ने ब्रिटिश सरकार को अपने कूटनीतिक दायित्वों को पूरा करने को कहा है.(एजेंसी)