थाईलैंड-म्यांमार के बाद अब जापान में भूकंप, क्यूशू में मची अफरा-तफरी!

Earthquake News : जापान के क्यूशू में बुधवार को शाम 7 बजकर 34 मिनट पर शक्तिशाली भूकंप आया. रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6 मापी गई है. हालांकि, तत्काल कोई नुकसान नहीं हुआ है. यह भूकंप म्यांमार और थाईलैंड में 26 मार्च को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें बड़े पैमाने पर मौतें और विनाश हुआ था

थाईलैंड-म्यांमार के बाद अब जापान में भूकंप, क्यूशू में मची अफरा-तफरी!

Earthquake News : जापान के क्यूशू में बुधवार को शाम 7 बजकर 34 मिनट पर शक्तिशाली भूकंप आया. रिएक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6 मापी गई है. हालांकि, तत्काल कोई नुकसान नहीं हुआ है. यह भूकंप म्यांमार और थाईलैंड में 26 मार्च को आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के कुछ दिनों बाद आया है, जिसमें बड़े पैमाने पर मौतें और विनाश हुआ था खासकर म्यांमार में, जो भूकंप का केंद्र था.

बता दें कि म्यांमार में मरने वालों की संख्या 3000 पार कर गई है, जबकि बचावकर्मी शवों को निकालने और नुकसान का आकलन करने में लगे हुए हैं. रॉयटर्स ने बताया कि इस बीच जापानी सरकार ने सोमवार एक रिपोर्ट जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि अर्थक्वेक प्रोन (जहां सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं) देश की अर्थव्यवस्था को प्रशांत तट पर लंबे समय से अपेक्षित मेगा-भूकंप की स्थिति में 1.81 ट्रिलियन डॉलर तक का नुकसान हो सकता है.

रिपोर्ट में चेतावनी दी गई है कि भूकंप से भयावह सुनामी आ सकती है, सैकड़ों इमारतें ढह सकती हैं और संभावित रूप से लगभग 300,000 लोगों की मौत हो सकती है.

270.3 ट्रिलियन येन का नुकसान

रिपोर्ट में 270.3 ट्रिलियन येन का अपडेटेड इकोनॉमिक डेमेज का अनुमान लगाया गया है, जो 214.2 ट्रिलियन येन के पिछले अनुमान से उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है. यह जापान के कुल सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग आधा हिस्सा है.

अनुमान में तीव्र वृद्धि मुद्रास्फीति के दबावों के साथ-साथ नए भूभाग और जमीनी आंकड़ों को भी दर्शाती है, जिससे अपेक्षित बाढ़ क्षेत्रों का विस्तार हुआ है. रायटर्स ने बताया कि कैबिनेट कार्यालय द्वारा संकलित रिपोर्ट में ऐसी आपदा के संभावित प्रभाव की गंभीरता को रेखांकित किया गया है.

जापान अर्थक्वेक प्रोन देशों में से एक

जापान दुनिया के सबसे अधिक अर्थक्वेक प्रोन देशों में से एक है, जहां सरकार का अनुमान है कि समुद्री क्षेत्र में 8 से 9 तीव्रता का भूकंप आने की 80 प्रतिशत संभावना है. इसके अलावा जापान ने पिछले साल अपना पहला मेगाक्वेक एडवाइजरी जारी किया था, जिसमें नानकाई गर्त के साथ 9 तीव्रता के भूकंप की संभावना बढ़ गई थी. यह चेतावनी गर्त के किनारे पर 7.1 तीव्रता के भूकंप के आने के बाद आई थी, जिससे बहुत बड़ी घटना की संभावना के बारे में चिंताएं बढ़ गई थीं.(एजेंसी)