फीस का फॉर्मूला फेल! बी-फार्मा की तय फीस ₹80 हजार, रावतपुरा विवि वसूल रहा ₹1.2 लाख
रायपुर : प्रोफेशनल कोर्स की फीस में एकरूपता के लिए फीस बकों विनियामक समिति का गठन किया गया था। लेकिन इसके बाद भी एक जैसे कोर्स के लिए छात्रों को अलग-अलग फीस देनी पड़ रही है।

भास्कर एक्सक्लूसिव
सुधीर उपाध्याय
रायपुर : प्रोफेशनल कोर्स की फीस में एकरूपता के लिए फीस बकों विनियामक समिति का गठन किया गया था। लेकिन इसके बाद भी एक जैसे कोर्स के लिए छात्रों को अलग-अलग फीस देनी पड़ रही है। प्रदेश के निजी कॉलेजों में बी. फार्मेसी की पढ़ाई के लिए जहां छात्रों को सालाना 68 हजार से लेकर 80 हजार रुपए तक खर्च करने पड़ते हैं।
वहीं, रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी में इसी कोर्स के लिए एक लाख 20 हजार रुपए लिए जा रहे हैं। दरअसल, कॉलेजों के लिए शुल्क प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति ने तय किया था। जबकि रावतपुरा सरकार यूनिवर्सिटी में इस कोर्स की फीस निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग ने तय की। इसे ही लेकर अब सवाल उठ रहे हैं।
जानकारों का कहना है कि वर्ष 2004 में राज्य में छग निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग की स्थापना हुई। 2008 में प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति अस्तित्व में आई। यह समिति प्रदेश के कॉलेजों में संचालित विभिन्न व्यावसायिक पाठ्यक्रम जैसे, बीएड, डीएलएड, बीटेक, नर्सिंग, एमबीए, फार्मेसी आदि के शुल्क तय करती है। इसके आदेश से तय हुई फीस के आधार पर राज्य शासन आदेश निकालती है, यहां तक कि छात्रवृत्ति की राशि भी तय करती है।
इस समिति के आने के बाद निजी विवि विनियामक आयोग को व्यावसायिक पाठ्यक्रमों के लिए शुल्क करने का अधिकार ही नहीं था। इसके बाद भी 2024-25 के लिए आयोग ने रावत्पुरा यूनिवर्सिटी की फीस तय की। इससे एक ओर जहां निजी कॉलेजों में छात्र बी. फार्मेसी के लिए साल में 80 हजार तक फीस दे रहे थे, वहीं इस विवि में 1 लाख 20 हजार रुपए तक लिए जा रहे हैं।
इस बारे में निजी विवि विनियामक आयोग के अधिकारियों का कहना है कि निजी विवि की फीस तय करने का अधिकार एक्ट में दिया गया है। 2008 में प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति के आने के बाद ऐसा कोई निर्देश जारी नहीं किया गया कि प्रोफेशनल कोर्स की फीस तय नहीं करनी है। इसलिए पिछली बार तय किया गया। अब इसमें बदलाव किया जा रहा है। आगे से निजी विवि में संचालित प्रोफेशनल कोर्स का शुल्क हम तय नहीं करेंगे।
बी. फार्मेसी के लिए तय है यह शुल्क
प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति की ओर से कुछ महीने पहले बी. फार्मेसी की फीस तय की। यह 2024-25, 2025-26 और 2026-27 के लिए मान्य है। 26 निजी कॉलेजों की फीस अलग-अलग कैटेगरी के अनुसार तय की गई। एक कैटेगरी में फीस प्रति सेमेस्टर 33,800 रुपए है। इस तरह से साल की फीस 67,600 रुपए। इसी तरह एक कैटेगरी में 34,000 रुपए प्रति सेमेस्टर निर्धारित की गई। कुछ कॉलेजों की प्रति सेमेस्टर फीस 35,650 तो कुछ 39,700 रुपए तय की गई। यानी किसी भी कॉलेज की फीस साल में 80 हजार रुपए से अधिक नहीं है।
फीस तय कराने मिला है निर्देश
प्रदेश के निजी विश्वविद्यालयों को शुल्क के संबंध में पत्र जारी किया है। इसमें कहा गया है कि निजी विवि प्रोफेशनल कोर्स का शुल्क प्रवेश तथा फीस विनियामक समिति से तय कराएं।
-डॉ. वीके गोयल, अध्यक्ष छग निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग