boAt का IPO लॉन्च के करीब, सेबी से हरी झंडी, 2,000 करोड़ का इश्यू लाने की तैयारी

Boat IPO : इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड बोट (boAt) की पैरेंट कंपनी इमेजिन मार्केटिंग को शेयर बाजार में उतरने की तैयारी के लिए एक बड़ा कदम मिल गया है. बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने कंपनी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को मंजूरी दे दी है.

boAt का IPO लॉन्च के करीब, सेबी से हरी झंडी, 2,000 करोड़ का इश्यू लाने की तैयारी

Boat IPO : इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड बोट (boAt) की पैरेंट कंपनी इमेजिन मार्केटिंग को शेयर बाजार में उतरने की तैयारी के लिए एक बड़ा कदम मिल गया है. बाजार नियामक सेबी (SEBI) ने कंपनी के ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) को मंजूरी दे दी है. यह खबर मंगलवार को सेबी के एक डॉक्यूमेंट से सामने आई है.

बोट अपने हेडफोन्स और स्मार्टवॉच के लिए मशहूर है और उसने अप्रैल में गोपनीय तरीके से आईपीओ (इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग) के लिए आवेदन किया था. खबरों के मुताबिक, वॉरबर्ग पिनकस के समर्थन वाली यह कंपनी 13,000 करोड़ रुपये के वैल्यूएशन की उम्मीद कर रही है.

जनवरी 2022 में कंपनी ने दाखिल किए थे पेपर्स

यह बोट का शेयर बाजार में उतरने की दूसरी कोशिश है. इससे पहले जनवरी 2022 में कंपनी ने 2,000 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए ड्राफ्ट पेपर दाखिल किए थे. उसमें 900 करोड़ रुपये के नए शेयर और 1,100 करोड़ रुपये की ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल थी. लेकिन तब बाजार की स्थिति ठीक न होने की वजह से वह योजना टल गई.

कंपनी ने चुना प्री-फाइलिंग ऑप्शन 

अब कंपनी ने कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रास्ते को चुना है, जो भारत में कई कंपनियों के बीच लोकप्रिय हो रहा है. इस रास्ते में कंपनी को अपने ड्राफ्ट की जानकारी शुरुआत में पब्लिक करने की जरूरत नहीं पड़ती. इससे कंपनी को अपनी रणनीति को गुप्त रखने और सही समय पर बाजार में उतरने की आजादी मिलती है.

कंपनी के बारे में डिटेल्स

इमेजिन मार्केटिंग की स्थापना 2013 में अमन गुप्ता और समीर मेहता ने की थी. यह कंपनी ऑडियो प्रोडक्ट्स जैसे हेडफोन्स, स्मार्टवॉच, पर्सनल ग्रूमिंग प्रोडक्ट्स औरमोबाइल एक्सेसरीज बनाती है. कंपनी का ब्रांड बोट युवाओं में बहुत पसंद किया जाता है, क्योंकि यह स्टाइलिश डिजाइन और किफायती कीमत पर अच्छे प्रोडक्ट्स देता है. इस आईपीओ से कंपनी को अपने बिजनेस को और बढ़ाने, कर्ज चुकाने और रिसर्च में 
निवेश करने में मदद मिलेगी.

कॉन्फिडेंशियल प्री-फाइलिंग रास्ते का यह है कि यह कंपनियों को ज्यादा लचीलापन देता है. सामान्य रास्ते में सेबी की मंजूरी के बाद 12 महीने के अंदर आईपीओ लाना जरूरी होता है, लेकिन इस रास्ते में कंपनियों को 18 महीने का समय मिलता है. साथ ही, वे अपने नए शेयरों की संख्या को 50 प्रतिशत तक बढ़ा या घटा सकते हैं, जब तक कि अपडेटेड ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (UDRHP) का चरण नहीं आता. यह तरीका कंपनियों को बाजार की स्थिति और अपनी जरूरतों के हिसाब से स्ट्रैटजी बनाने में मदद करता है.

ये हैं कंपनी के प्रमोटर्स

कंपनी के प्रमोटर्स की बात करें तो Aman Gupta Co‑founder और Whole‑time Director & Chief Marketing Officer हैं. सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, boAt की मार्केटिंग का मुखिया और ब्रांड बिल्डर हैं. इसके अलावा Sameer Mehta Co-founder और Whole-time Director & Chief Product Officer हैं. ये दोनों कंपनी (Imagine Marketing) के मूल प्रमोटर्स हैं और boAt ब्रांड की सफलता में इनका बड़ा रोल रहा है.

2024 में स्विगी और विशाल मेगा मार्ट जैसी बड़ी कंपनियों ने भी इसी कॉन्फिडेंशियल रास्ते से अपने आईपीओ लॉन्च किए और सफल रहीं. मनीकंट्रोल के मुताबिक, बोट का यह कदम दिखाता है कि कंपनी अब बड़े पैमाने पर अपने बिजनेस को बढ़ाने की तैयारी में है. मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि यह रास्ता कंपनियों पर जल्दी शेयर बाजार में उतरने का दबाव कम करता है और उन्हें अपनी योजना को बेहतर तरीके से लागू करने का मौका देता है. Boat का यह आईपीओ भारतीय स्टार्टअप्स के लिए एक बड़ा कदम हो सकता है.(एजेंसी)