लोकसभा चुनाव पूर्व कांग्रेस ने प्रेस कॉंफ्रेंस कर मोदी सरकार पर साधा निशाना

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव पूर्व कांग्रेस ने गुरुवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जहां केंद्र पर निशाना साधा, वहीं लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की वकालत भी की है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

लोकसभा चुनाव पूर्व कांग्रेस ने प्रेस कॉंफ्रेंस कर मोदी सरकार पर साधा निशाना

कांग्रेस ने प्रेस कॉंफ्रेंस कर मोदी सरकार पर साधा निशाना

आर्थिक तौर पर अपंग बना चुनाव मैदान में उतारना चाहती है केंद्र सरकार

नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव पूर्व कांग्रेस ने गुरुवार को एक अहम प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जहां केंद्र पर निशाना साधा, वहीं लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव कराए जाने की वकालत भी की है। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी की मौजूदगी में पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा।

प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि लोकतंत्र के लिए निष्पक्ष चुनाव कराए जाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह नहीं जो सत्ता में हैं, उनका समस्त संसाधनों पर एकाधिकार हो, यह नहीं कि उनका मीडिया पर एकाधिकार हो, यह भी नहीं हो कि सत्ताधारी दल का संवैधानिक और न्यायिक एजेंसियों जैसे आईटी, ईडी, चुनाव आयोग पर प्रत्यक्ष या परोक्ष रुप से नियंत्रण हो। उन्होंने इलेक्टोरल बॉंड मामले को उठाते हुए कहा कि दुर्भाग्य से पिछले दिनों सुप्रीम कोर्ट के हस्तपेक्ष के बाद इलेक्टोरल बॉन्ड को लेकर जो तथ्य सामने आए हैं, वे चिंताजनक होने के साथ ही शर्मनाक भी हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले में देश की छवि को ठेस पहुंची है। उन्होंने दावा किया कि देश में पिछले 70 सालों में निष्पक्ष चुनाव और स्वस्थ लोकतंत्र की जो छवि बनी हुई थी, उस पर अब प्रश्नचिह्न लग गया है।

इसके साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने जिस चुनावी बॉन्ड को गैरकानूनी और असंवैधानिक करार दिया, उसी के जरिये मौजूदा सत्ताधारी दल ने हजारों करोड़ रुपये से ज्यादा अपने अकाउंट में भर लिए, जबकि दूसरी तरफ साजिशन मुख्य विपक्षी दल का बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिया गया। ऐसा इसलिए किया गया ताकि हम धन के अभाव में बराबरी से चुनाव न लड़ सकें। इस प्रकार सत्ताधारी दल द्वारा यह खतरनाक खेल खेला गया है, इसके दूरगामी प्रभाव होंगे क्योंकि लोकतंत्र को बचाना है तो समानता तो होनी ही चाहिए।

पीएम कांग्रेस को अपाहिज बनाने की कर रहे कोशिश : सोनिया गांधी

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी ने कहा, कि हम लोकतंत्र को बचाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं। इलेक्टोरल बॉन्ड से भाजपा को बड़ा लाभ हुआ है। पर प्रधानमंत्री कांग्रेस को अपाहिज बनाने की कोशिश कर रहे हैं। यह बहुत ही ज्यादा गंभीर मामला है। यह सीधे लोकतंत्र पर हमला है। प्रेस कांफ्रेंस में मौजूद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने भी अपनी बात रखी और केंद्र पर निशाना साधा।

चुनाव लड़ने तक को पैसे नहीं : माकन

इसी बीच कांग्रेस नेता अजय माकन ने अपना दु:ख जाहिर करते हुए कहा कि कांग्रेस अपने पार्टी फंड का भी इस्तेमाल नहीं कर पा रही है। पार्टी चुनाव प्रचार के लिए धनराशि का उपयोग नहीं कर पा रही है। आखिर यह किस तरह का लोकतंत्र हैं? राजनीतिक साजिश के तहत पुराने से पुराने मामले ओपन कर पैसे के इस्तेमाल को रोक दिया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि न तो उम्मीदवारों को देने के लिए हमारे पास पैसे हैं और न ही चुनाव लड़ने के लिए ही पैसे हैं। उन्होंने बताया कि 30 साल पुराने मामले में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने कांग्रेस पार्टी को एक नया नोटिस जारी किया है।

यह मामला 1994-1995 से जुड़ा हुआ है, जबकि नोटिस 14 मार्च को दिया गया है। मामले की जानकारी देते हुए माकन ने कहा कि हर सियासी दल को टैक्स से छूट दी गई है। अब ऐसे में जबकि कांग्रेस पर आयकर नियम ही लागू नहीं होते तो हमें क्यों निशाना बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 100 फीसदी से अधिक का जुर्माना लगाया गया और आयकर विभाग के अधिकारियों ने पार्टी बैंक अकाउंट से बैंकों को जबरन 115 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए हैं। इस प्रकार हम पर 110 करोड़ रुपये से ज्यादा का जुर्माना लगा है।(एजेंसी)