एमपीआईडीसी का छत्तीसगढ़ के उद्योगपतियों को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025 में आमंत्रण
एमपीआईडीसी का छत्तीसगढ़ के उद्योगपतियों को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025 में आमंत्रण
रायपुर, 12 फरवरी। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विन गर्ग ने बताया कि मध्य प्रदेश के एमपीआईडीसी ने छत्तीसगढ़ के उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विन गर्ग की उपस्थिति में समस्त छत्तीसगढ़ के उद्योगपतियों को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025, भोपाल मे आयोजित मे शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया।
श्री गर्ग ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार के एमपीआईडीसी के जनरल मैनेजर एन के शुक्ला ने मध्यप्रदेश में विभिन्न उद्योगों को लगाने हेतु मध्यप्रदेश सरकार की नई उद्योगनीति को बृहद रूप में प्रस्तुत किया और उपस्थित उत्साहित उद्योगपतियों ने इन्वेस्टर इंटेंशन पत्र भरें। इस सेमिनार में उन्होंने बताया कि एमपीआईडीसी 1 रु. प्रति एकड़ की दर से सोलर बेस्ड इंडस्ट्रीज को भूमि प्रदान कर रही है।
श्री गर्ग ने बताया कि सोलर जनरेशन के लिए बेहद सस्ती दरों में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर असिंचित भूमि उपलब्ध करायेगी। सोलर जनरेशन के लिए काफ़ी उद्योगपतियों ने अपनी रूचि दिखाई है। छत्तीसगढ़ मे बिजली की बढ़ती दरों से उद्योग के उत्पाद बाजार मे प्रतिस्पर्धा से बाहर होते जा रहे है।
श्री गर्ग ने बताया कि सोलर जनरेशन के द्वारा इस विकट समस्या का निराकरण संभव है, जैसा की माननीय प्रधानमंत्री मोदी के सुझाव पर सोलर की कई देश व्यापी योजनाएँ प्राथमिकता से चलायी जा रही है। किन्तु छत्तीसगढ़ मे सोलर जनरेशन हेतु भूमि की कमी होने से यहाँ के उद्योग सोलर जनरेशन आवश्कतानुसार नहीं कर पा रहे है। कैप्टिव सौर ऊर्जा उत्पादन उद्योगों की आवश्यकता बन गई है एवं किसी भी
पॉवर इंटेंसिव उद्योग के लिए सौर्य ऊर्जा के अभाव में आर्थिक व्यवहार्यता स्थापित करना मुश्किल है। इस विषमता की ििस्थति मे डच्प्क्ब् का यह आमंत्रण एक संजीवनी का काम करेंगी।
रायपुर, 12 फरवरी। उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विन गर्ग ने बताया कि मध्य प्रदेश के एमपीआईडीसी ने छत्तीसगढ़ के उरला इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष अश्विन गर्ग की उपस्थिति में समस्त छत्तीसगढ़ के उद्योगपतियों को ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 2025, भोपाल मे आयोजित मे शामिल होने के लिए आमंत्रण दिया।
श्री गर्ग ने बताया कि मध्यप्रदेश सरकार के एमपीआईडीसी के जनरल मैनेजर एन के शुक्ला ने मध्यप्रदेश में विभिन्न उद्योगों को लगाने हेतु मध्यप्रदेश सरकार की नई उद्योगनीति को बृहद रूप में प्रस्तुत किया और उपस्थित उत्साहित उद्योगपतियों ने इन्वेस्टर इंटेंशन पत्र भरें। इस सेमिनार में उन्होंने बताया कि एमपीआईडीसी 1 रु. प्रति एकड़ की दर से सोलर बेस्ड इंडस्ट्रीज को भूमि प्रदान कर रही है।
श्री गर्ग ने बताया कि सोलर जनरेशन के लिए बेहद सस्ती दरों में मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ की सीमा पर असिंचित भूमि उपलब्ध करायेगी। सोलर जनरेशन के लिए काफ़ी उद्योगपतियों ने अपनी रूचि दिखाई है। छत्तीसगढ़ मे बिजली की बढ़ती दरों से उद्योग के उत्पाद बाजार मे प्रतिस्पर्धा से बाहर होते जा रहे है।
श्री गर्ग ने बताया कि सोलर जनरेशन के द्वारा इस विकट समस्या का निराकरण संभव है, जैसा की माननीय प्रधानमंत्री मोदी के सुझाव पर सोलर की कई देश व्यापी योजनाएँ प्राथमिकता से चलायी जा रही है। किन्तु छत्तीसगढ़ मे सोलर जनरेशन हेतु भूमि की कमी होने से यहाँ के उद्योग सोलर जनरेशन आवश्कतानुसार नहीं कर पा रहे है। कैप्टिव सौर ऊर्जा उत्पादन उद्योगों की आवश्यकता बन गई है एवं किसी भी
पॉवर इंटेंसिव उद्योग के लिए सौर्य ऊर्जा के अभाव में आर्थिक व्यवहार्यता स्थापित करना मुश्किल है। इस विषमता की ििस्थति मे डच्प्क्ब् का यह आमंत्रण एक संजीवनी का काम करेंगी।