पीलिया के मरीजों के लिए टॉनिक है गन्ने का जूस, मगर ये लोग न करें पीने की गलती

गर्मियों के मौसम में गन्ने का एक ग्लास जूस आपको तुरंत एनर्जी देने का काम करता है. गन्ने के जूस की तासीर ठंड होती है. ये शरीर को ठंडा रखता है. ये गर्मियों में आपको लू लगने से बचाता है. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनकी सेहत  लिए गन्ने के जूस का सेवन हानिकारक भी हो सकता है.

पीलिया के मरीजों के लिए टॉनिक है गन्ने का जूस, मगर ये लोग न करें पीने की गलती

सौरभ वर्मा/रायबरेली : मार्च के महीने में होली से पहले गर्मी की शुरुआत हो चुकी है. मौसम में बदलाव के कारण धूप में पसीना के साथ बार-बार प्यास भी लगने लगी है. हालांकि पिछले 2 दिनों से मौसम ने करवट ली है और बारिश के कारण लोगों को गर्मी से निजात मिली है. मौसम विभाग के अनुसार इस बार भीषण गर्मी पड़ सकती है. गर्मी के मौसम में कड़ी धूप के कारण काफी थकान और सुस्ती महसूस होती है. इस दौरान लोग पानी की कमी से बचने के लिए जूस का सेवन करते हैं. ये जूस गर्मियों से राहत दिलाने में मदद करते हैं.

गर्मियों के मौसम में गन्ने का एक ग्लास जूस आपको तुरंत एनर्जी देने का काम करता है. गन्ने के जूस की तासीर ठंड होती है. ये शरीर को ठंडा रखता है. ये गर्मियों में आपको लू लगने से बचाता है. इसीलिए लोग गर्मियों के मौसम में गन्ने के जूस का सेवन अधिक करते हैं. लेकिन कुछ ऐसे भी लोग होते हैं जिनकी सेहत  लिए गन्ने के जूस का सेवन हानिकारक भी हो सकता है. आइए एक्सपर्ट से जानते हैं गन्ने के जूस का सेवन करने से क्या फायदे और क्या नुकसान हो सकते हैं.

गन्ने के जूस के फायदे

रायबरेली के सीएचसी शिवगढ़ के मेडिकल ऑफिसर डॉ. सौरभ सिंह (एमबीबीएस) बताते हैं कि गर्मियों के मौसम में गन्ने जूस का सेवन हमारे लिए बेहद फायदेमंद होता है. इसमें जिंक ,आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम ,मैंगनीज, मैग्नीशियम सहित कई अन्य पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं. अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है, तो आपको गन्ने का रस पीना चाहिए. गन्ने के रस में मौजूद पोटैशियम पेट में पीएच लेवल को संतुलित करता है. गन्ने का रस लोगों को हाइड्रेटेड रखता है और इससे कब्ज की समस्या से आराम मिलता है.

डाइजेस्टिव सिस्टम पर पड़ेगा बुरा असर

डॉ. सौरभ सिंह ने बताया कि गन्ना के रस में मौजूद पोलीकोसैनॉल डाइजेस्टिव सिस्टम पर भी बुरा प्रभाव डालता है. जिसकी वजह से पेट दर्द के साथ डायरिया की प्रॉब्लम भी हो सकती है. अगर आपका पाचन तंत्र कमजोर है तो अच्छा होगा कि आप गन्ने के जूस से परहेज करें. पोलीकोसैनॉल शरीर में खून का थक्का जमने नहीं देता है. कई बार यह आपके लिए काफी नुकसानदेह साबित हो सकता है. क्योंकि चोट लगने पर खून के ज्यादा बहने का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए इसका सेवन से परहेज करना चाहिए.

बिलीरुबिन लेवल को करता है कंट्रोल

डॉ. सौरभ सिंह बताते हैं कि जिन लोगों को पीलिया की बीमारी हो जाती है उनके लिए गन्ने के जूस का सेवन फायदेमंद होता है. गन्ने के रस में एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो लिवर को संक्रमित होने से बचाते हैं. यह बिलीरुबिन के स्तर को नियंत्रण में बनाए रखने में मदद करते हैं. पीलिया शरीर में प्रोटीन को भारी मात्रा में तोड़ता है और आपके रक्त में बिलीरुबिन को बढ़ाता है. गन्ने का रस खोए हुए प्रोटीन की मात्रा को तेजी से पूरा करने में मदद करता है.

डायबिटीज के मरीजों के लिए घातक

गन्ने के रस में लगभग 270 कैलोरी यानी की 100 ग्राम चीनी की मात्रा होती है जो मोटे लोगों एवं शुगर के मरीजों के लिए नुकसानदायक होता है. गन्ने के रस में ग्लाइसेमिक लोड बहुत अधिक होता है. जिसकी वजह से ये आपके ब्लड शुगर लेवल को प्रभावित करता है. इसलिए डायबिटीज के मरीजों को इसका सेवन नहीं करना चाहिए.