औषधि से कम नहीं यह पहाड़ी चावल, पोषक तत्वों का खजाना, शरीर को बनाता है निरोगी

Health News : उत्तराखंड के उच्च हिमालयी इलाकों में खाया जाने वाला हिमालयन रेड राइस कहीं ज्यादा ताकतवर होता है. इस चावल में प्रोटीन की मात्रा सफेद चावल के मुकाबले कहीं अधिक होती है. लाल चावल में फ्लेवेनॉईड एंटीऑक्सीडेंट के साथ हीं आयरन, जिंक, पोटेशियम, मैग्नीज, फाइबर और मिनरल्स मौजूद होते हैं.

औषधि से कम नहीं यह पहाड़ी चावल, पोषक तत्वों का खजाना, शरीर को बनाता है निरोगी

Health News : उत्तराखंड के उच्च हिमालयी इलाकों में खाया जाने वाला हिमालयन रेड राइस कहीं ज्यादा ताकतवर होता है. इस चावल में प्रोटीन की मात्रा सफेद चावल के मुकाबले कहीं अधिक होती है. लाल चावल में फ्लेवेनॉईड एंटीऑक्सीडेंट के साथ हीं आयरन, जिंक, पोटेशियम, मैग्नीज, फाइबर और मिनरल्स मौजूद होते हैं. आमतौर पर सभी लोग सफेद चावल का इस्तेमाल बहुत ज्यादा करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि लाल चावल भी होते हैं, जिसे पहाड़ में लाल भात के नाम से जाता जाता है.

लाल भात सेहत के लिए बहुत अधिक फायदेमंद होता है. नैनीताल स्थित डीएसबी कॉलेज के वनस्पति विज्ञान विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर ललित तिवारी बताते हैं कि उत्तराखंड के हिमालयी इलाकों में पाए जाने वाले लाल भात को वीडी राइस या रेड कार्गाे राइस के नाम से भी जाना जाता है. लाल भात का लाल रंग एंथोसायनिन नामक प्राकृतिक द्रव्य के कारण होता है. कई पोषक तत्वों से भरपूर इस लाल चावल में कई रोगों से लड़ने की शक्ति होती है. इसके साथ ही इसकी न्यूट्रेशियन वैल्यू भी कहीं ज्यादा होती है.

प्रोफेसर तिवारी बताते हैं कि उत्तराखंड के उच्च हिमालयी इलाकों में खाया जाने वाला हिमालयन रेड राइस कहीं ज्यादा ताकतवर होता है. इस चावल में प्रोटीन की मात्रा सफेद चावल के मुकाबले कहीं अधिक होती है. लाल चावल में फ्लेवेनॉईड एंटीऑक्सीडेंट के साथ ही आयरन, जिंक, पोटेशियम, मैग्नीज, फाइबर और मिनरल्स मौजूद होते हैं. इसके साथ ही लाल चावल खाने से शरीर में विटामिन बी1, बी2, बी6 की पूर्ति होती है.

कई बीमारियों को दूर करता है

प्रोफेसर तिवारी बताते हैं कि उत्तराखंड के कुमाऊं में मुनस्यारी, पिथौरागढ़, रानीखेत में मुख्य रूप से खाए जाने वाले लाल चावल में कई एंटी ऑक्सीडेंट, फ्री रेडिकल पाए जाते हैं, जो शरीर में कोलेस्ट्रॉल और वजन को कम करते हैं. लाल चावल का रोजाना सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है. साथ ही त्वचा को भी निखारता है. प्रोफेसर तिवारी बताते हैं कि रात्रि भोजन में लाल भात खाना शरीर के लिए लाभदायक होता है.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. khulasapost किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.