luxury flat gift: भारत से पाकिस्तान गई अंजू को मिला 40 लाख का आलीशान फ्लैट!

luxury flat gift: भारत से पाकिस्तान गई अंजू को मिला 40 लाख का आलीशान फ्लैट!

luxury flat gift पाकिस्तानी शख्स से शादी करने के लिए सरहदें पार करने वाली अलवर की 35 वर्षीय अंजू का अब भारत आने का कोई इरादा नहीं है। उसे कथित तौर पर 40 लाख रुपये की कीमत का आलीशान फ्लैट गिफ्ट में मिला है। पिछले हफ्ते, अंजू ने अपने परिवार को बताया था कि वह जयपुर जा रही है, लेकिन वह पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मलकंद डिवीजन के ऊपरी दीर जिले के निवासी नसरुल्लाह के साथ रहने के लिए पाकिस्तान पहुंच गई। जब से अंजू पाकिस्तान गई है तब से उसको लेकर हर रोज नए-नए खुलासे हो रहे हैं। ताजा मामला अंजू को मिले महंगे गिफ्ट का है। 

दावा किया जा रहा है कि नसरुल्लाह से निकाह करने के बाद अंजू को पाकिस्तान के जाने-माने बिजनेसमैन ने एक आलीशान फ्लैट दिया है। यह फ्लैट 10वीं मंजिल पर है। वहीं बाजार में इस फ्लैट की कीमत 40 लाख रुपये से ज्यादा बताई जा रही है। एक वीडियो भी वायरल हो रहा है जिसमें कथित तौर पर अंजू को फ्लैट के कागजात लेते हुए देखा जा रहा है। अब अंजू के भारत लौटने पर आशंका जताई जा रही है। अंजू पहले भी इशारा कर चुकी है कि वह अब शायद ही भारत वापस लौटे। अंजू एक इंटरव्यू में कहा था कि अब भारत में उसके लिए कुछ नहीं बचा है। उसने दावा किया था कि भारत में उसकी सुरक्षा को खतरा है।

इससे पहले एक वीडियो बयान में नसरुल्लाह के साथ बैठी अंजू ने दावा किया था कि वह उससे फेसबुक पर मिली थी। अंजू कहती है, “जैसे बाकी लोग आते-जाते हैं, वैसे ही मैं यहां आई हूं। लोग इसे मुद्दा बना रहे हैं जबकि मैं सिर्फ अपने दोस्त से मिलने आई हूं। कुछ लोग कह रहे हैं कि हम सगाई या शादी कर रहे हैं लेकिन ऐसा कुछ नहीं है। मैं तो केवल दौरा कर रही हूं और कानूनी तौर पर यहां आई हूं। मुझे वापस जाना है और मैं दो-तीन दिन में वापस जाऊंगा।” हालांकि यह दावा करने के बाद अंजू की शादी की खबरें आईं। कई वीडियो सामने आए हैं जिनमें अंजू शादी के बाद गिफ्ट लेटे नजर आ रही है। 

पाकिस्तान आई दो बच्चों की भारतीय मां अंजू ने कथित तौर पर इस्लाम धर्म अपना लिया है। उसने अपने दोस्त से शादी कर ली और अब उसका नया नाम फातिमा है। अंजू (34) खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अपर दीर जिले में अपने पाकिस्तानी दोस्त नसरुल्लाह (29) के घर पर रह रही है। दोनों 2019 में फेसबुक पर दोस्त बने थे। इस जोड़े ने जिला एवं सत्र न्यायाधीश की स्थानीय अदालत में शादी रचाई। अपर दीर जिले के मोहर्रर सिटी थाने के वरिष्ठ अधिकारी मुहम्मद वहाब ने ‘पीटीआई’ को बताया, ‘‘नसरुल्ला और अंजू की शादी आज संपन्न हुई और उसके इस्लाम अपनाने के बाद विधिवत निकाह हुआ।’’ पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों नसरुल्ला के परिवार के सदस्यों, पुलिस कर्मियों और वकीलों की मौजूदगी में अपर दीर की अदालत में पेश हुए।

यूक्रेन युद्ध के बीच रूस ऐसे सहयोगियों की तलाश कर रहा है जो संकट के समय उसकी मदद कर सकें। यही वजह है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने छह अफ्रीकी देशों को मुफ्त अनाज सप्लाई का वादा किया है। रूस काला सागर अनाज समझौते के टूटने का फायदा उठाना चाहता है। रूसी राष्ट्रपति का कहना है कि उनका देश और सेंट पीटर्सबर्ग शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले अफ्रीकी नेता एक बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था को बढ़ावा देने और "नवउपनिवेशवाद" से लड़ने पर सहमत हुए हैं। पुतिन ने सहयोगियों को लुभाने के लिए ऋण माफी और अनाज की पेशकश की है।

पुतिन ने शुक्रवार को दो दिवसीय शिखर सम्मेलन के अंत में कहा, "अफ्रीका पर रूस का ध्यान लगातार बढ़ रहा है।" इस बैठक से यह देखा जा रहा है कि आखिर अफ्रीका में रूस को कितना समर्थन हासिल है। जानकारों का मानना है कि यूक्रेन में युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय अलगाव के बावजूद अफ्रीकी देशों में रूस का समर्थन बरकरार है। रूसी नेता ने अफ्रीका का कर्ज खत्म करने की भी प्रतिज्ञा ली है। 

गुरुवार को, रूसी नेता ने छह अफ्रीकी देशों को मुफ्त अनाज देने का वादा किया। इन देशों को पुतिन ने आश्वासन दिया कि रूस काला सागर अनाज समझौते से हटने के बावजूद वैश्विक खाद्य संकट को टालने की कोशिश कर रहा है। बता दें कि रूस संयुक्त राष्ट्र की मध्यस्थता से हुए काला सागर अनाज समझौते से हट गया है। इस समझौते के तहत दुनिया के सबसे बड़े गेहूं उत्पादक देश यूक्रेन का अनाज रूसी बंदरगाहों से होते हुए बाकी दुनिया के देशों में जाता था। 

अब रूस ने इस समझौते को तोड़ दिया है जिससे वैश्विक चुनौती सामने आ गई है। हालांकि इस मौके का फायदा उठाते हुए पुतिन ने अफ्रीकी देशों को मुफ्त अनाज देने का वादा कर दिया है। साथ ही इन देशों पर आ रहे रूसी कर्ज को भी मांफ करने का वादा किया है। रूसी शहर में हुए शिखर सम्मेलन में 17 राष्ट्राध्यक्षों सहित 49 देशों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। इन देशों ने एक संयुक्त घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए जिसमें "अधिक न्यायसंगत, संतुलित और स्थिर बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था की स्थापना, अफ्रीकी महाद्वीप में सभी प्रकार के अंतरराष्ट्रीय टकराव का दृढ़ता से विरोध करने" का आह्वान किया गया।

रूस अफ्रीका का सहयोगी बनना चाहता है। यही कारण है कि वह अफ्रीका की ओर अधिक से अधिक पहल कर रहा है। यहां तक कि राष्ट्रपति पुतिन अफ्रीका में सोवियत युग के निवेश को पुनर्जीवित करना चाहते हैं। रूस अफ्रीका महाद्वीप पर संयंत्र और कारखाने बनाने और राजनयिक मिशन बढ़ाने की योजना बना रहा है। काला सागर अनाज समझौते से हटने के बाद पुतिन अफ्रीका को अनाज आपूर्ति बनाए रखने का भी वादा कर रहे हैं। वह उच्च खाद्य कीमतों और मुद्रास्फीति के लिए पश्चिम को दोषी ठहरा रहे हैं। पुतिन ने कहा कि अफ्रीका "शक्ति का नया केंद्र" है। इसकी राजनीतिक और आर्थिक भूमिका तेजी से बढ़ रही है। ...हर किसी को इस वास्तविकता को ध्यान में रखना होगा।