Health News : सनग्लासेस चुनते समय ध्यान में रखनी चाहिए ये जरूरी बातें, आंख में हो सकती है गंभीर बीमारी, डॉक्टर से जानें सबकुछ

Health News : डॉ. सुनील कुमार मोदी ने कहा कि गर्मियों में सूरज से निकलने वाली तेज अल्ट्रावायलेट किरणें सीधे आंखों में पड़ने से आंख की मांसपेशियां बढ़ने लगती है. मांसपेशियों में अप्राकृतिक ग्रोथ शुरू हो जाता है. कॉर्निया के पास से बढ़ने वाले इस मांसपेशी से लोगों को धीरे-धीरे देखने में तकलीफ होने लगती है.

Health News : सनग्लासेस चुनते समय ध्यान में रखनी चाहिए ये जरूरी बातें, आंख में हो सकती है गंभीर बीमारी, डॉक्टर से जानें सबकुछ

Health News : डॉ. सुनील कुमार मोदी ने कहा कि गर्मियों में सूरज से निकलने वाली तेज अल्ट्रावायलेट किरणें सीधे आंखों में पड़ने से आंख की मांसपेशियां बढ़ने लगती है. मांसपेशियों में अप्राकृतिक ग्रोथ शुरू हो जाता है. कॉर्निया के पास से बढ़ने वाले इस मांसपेशी से लोगों को धीरे-धीरे देखने में तकलीफ होने लगती है.

गर्मियों में धूप से अपनी आंखों को बचाने के लिए यदि आप चश्मा का इस्तेमाल करते हैं तो आपको कुछ सावधानियां बरतने की आवश्यकता है. कई बार गलत क्वालिटी के चश्मा का इस्तेमाल करने से सूर्य से निकलने वाली अल्ट्रावायलेट किरणों से आंखों की सुरक्षा नहीं हो पाती है. इसको लेकर नेत्र सर्जन ने कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां साझा की है.

सदर अस्पताल कोडरमा में पदस्थापित नेत्र सर्जन डॉ. सुनील कुमार मोदी ने लोकल 18 से कहा कि आंख शरीर का एक बेहद नाजुक अंग है. यदि आपकी आंख ठीक है तो आप इस दुनिया के हर खूबसूरत वास्तु का आनंद ले सकते हैं. ऐसे में हमें इस बेहद खास अंग का बेहद खास ख्याल भी रखना चाहिए. उन्होंने बताया कि गर्मियों के मौसम में धूप से बचने के लिए लोग चश्मा का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन चश्मा का चयन करते समय यदि कुछ खास बातों का ध्यान नहीं रखा गया तो यह सिर्फ धूल से बचाने वाला चश्मा बनकर रह जाएगा.

अल्ट्रावायलेट किरणें सीधे आंखों पर पड़ने से बढ़ने लगती है मांसपेशियां

डॉ. सुनील कुमार मोदी ने बताया कि गर्मियों में सूरज से निकलने वाली तेज अल्ट्रावायलेट किरणें सीधे आंखों में पड़ने से आंख की मांसपेशियां बढ़ने लगती है. मांसपेशियों में अप्राकृतिक ग्रोथ शुरू हो जाता है. कॉर्निया के पास से बढ़ने वाले इस मांसपेशी से लोगों को धीरे-धीरे देखने में तकलीफ होने लगती है. ऐसे में यदि समय रहते हैं इसका बेहतर इलाज नहीं कराया गया तो आगे जाकर यह गंभीर समस्या बन जाती है. इससे बचाव को लेकर धूप में निकलने से पहले हमेशा बेहतर क्वालिटी के अल्ट्रावायलेट प्रोटेक्टिव चश्मा इस्तेमाल करने की सलाह उन्होंने दी है.

आंखों को हाइड्रेट रखने के लिए आई ड्रॉप का करें इस्तेमाल, डाइट में बेहतर भोजन करें शामिल

उन्होंने बताया कि बाहर से वापस घर लौटने के कुछ समय के बाद ठंडे पानी की छींटें आंखों में मारते हुए आंखों से धूल कचरे को साफ करना चाहिए. इसके अलावा पर्याप्त नींद लेते हुए आंखों को आराम देना चाहिए. मोबाइल या कंप्यूटर स्क्रीन पर लंबे समय तक काम करने पर कुछ अंतराल में चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार आंखों को हाइड्रेट रखने के लिए ड्रॉप का इस्तेमाल करना चाहिए. आंखों को हेल्दी बनाए रखने के लिए विटामिन सी, विटामिन ए और मिनरल्स से भरपूर आहार का सेवन करें. इसके लिए हरी सब्जी, सीजनल फल, दूध, दही, पनीर जैसी चीजों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं.

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. khulasapost किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा. (एजेंसी)