CG NEWS: जब कलेक्टर अजीत जोगी के पास पंखा मांगने गए थे भूपेश बघेल... प्रदर्शन के बाद पूरी हुई थी मांग 

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने अपने हॉस्टल लाइफ का किस्सा सुनाया है। दरअसल, सीएम भूपेश बघेल बिलासपुर में युवाओं से संवाद कर रहे थे। एक छात्रा ने सीएम से सवाल की किया था आपके हॉस्टल लाइफ का सबसे यादगार किस्सा कौन सा है। अजीत जोगी राजनीति में आने से पहले कलेक्टर थे।

CG NEWS: जब कलेक्टर अजीत जोगी के पास पंखा मांगने गए थे भूपेश बघेल... प्रदर्शन के बाद पूरी हुई थी मांग 

Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने अपने हॉस्टल लाइफ का किस्सा सुनाया है। दरअसल, सीएम भूपेश बघेल बिलासपुर में युवाओं से संवाद कर रहे थे। एक छात्रा ने सीएम से सवाल की किया था आपके हॉस्टल लाइफ का सबसे यादगार किस्सा कौन सा है। अजीत जोगी राजनीति में आने से पहले कलेक्टर थे।

Chhattisgarh News:  बिलासपुर:  छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल इन दिनों युवाओं से संवाद कर रहे हैं। मंगलवार को युवाओं से संवाद करने के लिए सीएम भूपेश बघेल बिलासपुर पहुंचे। सीएम भेंट-मुलाकात कार्यक्रम से तहत छात्रों से मुलाकात कर उनके सवालों का जवाब देते हैं। मंगलवार को एक छात्रा ने बिलासपुर में सीएम भूपेश बघेल से उनकी हॉस्टल लाइफ को लेकर सवाल किया। छात्रा का सवाल सुनकर सीएम पहले तो मुस्कुराए फिर उन्होंने अफनी हॉस्टल लाइफ का एक रोचक किस्सा भी सुनाया। सीएम भूपेश बघेल ने बताया कि ये उन दिनों का किस्सा है जब छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश से अलग नहीं हुआ था।

दरअसल, बिलासपुर में आयोजित हसौद महाविद्यालय की अंतिम वर्ष की छात्रा दर्शनी रात्रे ने सीएम से सवाल किया था। छात्रा ने कहा कि मैं कालेज स्टूडेंट हूं, सभी के कॉलेज जीवन में कुछ न कुछ किस्सा होते हैं। मुख्यमंत्री जी आपके कॉलेज जीवन का कौन सा यादगार किस्सा है?

सीएम ने सुनाया किस्सा
छात्रा का सवाल सुन सीएम भूपेश बघेल हंसने लगे। इसके बाद उन्होंने अपने साइंस कॉलेज में पढ़ने का किस्सा सुनाया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि जब मैं साइंस कॉलेज रायपुर में मैथ्स लेकर पढ़ रहा था। उस समय साइंस कॉलेज में तीन हॉस्टल थे लेकिन किसी भी हॉस्टल में पंखा नहीं था। हमने तीनों हॉस्टल में पंखा लगाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। उस समय अजीत जोगी रायपुर के कलेक्टर थे। हमारे प्रदर्शन के दौरान अजीत जोगी हमसे मिलने आए। इस दौरान हम लोगों ने उन्हें अपनी बात बताई। अजीत जोगी ने हमारी बात सुनी। उसके आठ दिन बाद हमारी मांग पूरी हो गईं। तीनों हॉस्टल में पंखे लग गए।

राजनीति में आने से पहले कलेक्टर थे अजीत जोगी
बता दें कि अजीत जोगी राजनीति में आने से पहले कलेक्टर थे। अजीत जोगी, पूर्व पीएम राजीव गांधी के कहने पर राजनीति में आए थे। राजीव गांधी के कहने के बाद उन्होंने कलेक्टर की नौकरी छोड़ दी थी। अजीत जोगी छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री भी थे।