Entertainment News : बनना था हीरो, बन गए विलेन, फ्लॉप हुईं फिल्में तो बने संन्यासी, दिलीप कुमार के लिए दी थी बड़ी कुर्बानी
Entertainment News : 60 और 70 के दशक में कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके अभिनेता प्रेमनाथ मल्होत्रा आए तो इंडस्ट्री में हीरो बनने थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें विलेन बना दिया.
Entertainment News : 60 और 70 के दशक में कई फिल्मों में अपनी एक्टिंग का लोहा मनवा चुके अभिनेता प्रेमनाथ मल्होत्रा आए तो इंडस्ट्री में हीरो बनने थे, लेकिन किस्मत ने उन्हें विलेन बना दिया. अपनी दमदार एक्टिंग से उन्होंने इंडस्ट्री में अलग पहचान बनाई. विलेन की भूमिका में लोगों ने उन्हें काफी पसंद किया. एक वक्त तो ऐसा भी रहा जब वह एक्टिंग छोड़ सन्यासी बन गए थे।
हिंदी सिनेमा को वो एक्टर जिसने इंडस्ट्री में कदम तो रखा था हीरो बनने का, लेकिन सिक्का नहीं जमा तो फिल्म जगत के उम्दा विलेन बन गए. पिता ने उन्हें आर्मी में भर्ती में करा दिया था, लेकिन एक्टिंग का जुनून सिर पर ऐसा सवार था कि वह एक्टिंग में करियर बनाने के लिए सपनों की नगरी मुंबई आ पहुंचे. वो अभिनेता थे 60 और 70 के जाने माने विलेन प्रेम नाथ।
बादल’, बॉबी, जॉनी मेरा नाम’ और ‘जानी दुश्मन’ ऐसी कई फिल्मों में दमदार किरदार निभा चुके प्रेमनाथ मल्होत्रा जब मुंबई आए तो पृथ्वी थिएटर से जुड़े और अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की. पहली फिल्म से कामयाबी मिलने के बाद तो उन्होंने इंडस्ट्री में अपनी जड़ जमाने का फैसला कर लिया. लेकिन बतौर हीरो प्रेम नाथ खुद को स्थापित करने में कामयाब नहीं हो सके. एक समय तो ऐसा भी आया जब फिल्में फ्लॉप होने लगी तो वह सन्यासी बन गए थे. हालांकि बाद में उन्होंने विलेन बनकर फिर से करियर की शुरुआत की।
सपना टूटा तो विलेन बना सन्यासी
प्रेम नाथ ने यूं तो करियर में कई बड़ी फिल्मों में काम किया था. लेकिन उनकी जिंदगी का एक समय ऐसा भी रहा जब उन्होंने फिल्मों में खुद की नाकामयाबी से परेशान होकर कुछ सालों के लिए फिल्मी दुनिया से दूरी बना ली थी. हद तो तब हुई जब वह संन्यासियों की तरह जीवन व्यतीत करने लगे थे. लेकिन ये सब ज्यादा समय तक नहीं चल सका और कुछ सालों बाद ही उन्होंने बतौर विलेन फिल्मों में कमबैक किया, लेकिन इस बार वह हीरो बनने का अपना सपना छोड़ चुके थे।
दिलीप कुमार के लिए दी थी बड़ी कुर्बानी
प्रेम नाथ ने अपने अभिनय सफर के दौरान मधुबाला के साथ में बादल, आराम और साकी जैसी कई फिल्मों में काम किया. इन फिल्मों की शूटिंग के दौरान ही दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक दोनों ने शादी करने के बारे में भी सोच लिया था. कहा तो ये भी जाता है कि उस दौर में दोनों को लेकर खूब चर्चा भी हुआ करती थी. प्रेमनाथ चाहते थे कि मधुबाला हिंदू धर्म अपनाकर उनसे शादी करें लेकिन एक्ट्रेस को उनकी ये बात मंजूर नहीं थीं इसलिए दोनों ने दूरी बना ली. लेकिन वह तब भी मधुबाला को पसंद करते थे. इसके बाद जब दिलीप कुमार संग उनके रिश्ते की बात होने लगी तो प्रेम नाथ ने दोस्ती की खातिर अपने कदम पीछे खींच लिए।
बता दें कि 1970 में विजय आनंद की फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ से प्रेम नाथ का करियर चमक उठा था. इस फिल्म के बाद प्रेमनाथ ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. बैक-टू-बैक हिट फिल्में देकर वह एक्सपेंसिव और बिजी एक्टर बन गए थे. प्रेमनाथ के जीजा राज कपूर उन दिनों सुपरस्टार थे और 75 हजार फीस लेते थे वहीं, दिलीप कुमार 50 हजार और देव आनंद 35 हजार. उस समय प्रेमनाथ इन तीनों स्टार से ज्यादा सवा लाख रुपए फीस ले रहे थे।