Operation Ajay : इजराइल से दूसरी फ्लाइट आई दो शिशुओं सहित 235 लोग थे...
नई दिल्ली : इजराइल और हमास आतंकियों के बीच बीते एक सप्ताह से भीषण युद्ध चल रहा है। इसमें अब तक दोनो तरफ से करीब 4 हजार लोगों की मौत हुई है। मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है
नई दिल्ली : इजराइल और हमास आतंकियों के बीच बीते एक सप्ताह से भीषण युद्ध चल रहा है। इसमें अब तक दोनो तरफ से करीब 4 हजार लोगों की मौत हुई है। मौतों का आंकड़ा बढ़ रहा है और लोग भी डरे हुए हैं। इसी डर के साथ इजराइल में रहने वाले भारतीय भी फंसे हुए थे,इस मुसीबत में भारत सरकार ने ऑपरेशन अजय की शुरुआत की। ऑपरेशन के तहत अब लगभग साढ़े 4 सौ भारतीयों की इजराइल से वापस लाया गया है। शनिवार को सुबह इजराइल से दूसरी फ्लाइट आई जिसमें दो शिशुओं सहित 235 लोग सवार थे। इसके पहले वाली फ्लाइट में 212 लोगों की वतन वापसी हई थी। अब तीसरी फ्लाइट के लिए भारतीय दूतावास ने बताया कि तीसरे खेप में शामिल लोगों को ईमेल कर जानकारी दे दी है। बाद की उड़ानों के लिए लोगों को दोबारा संदेश भेज दिया जाएगा।
दिल्ली पहुंचने पर विदेश राज्य मंत्री रंजन सिंह ने हवाई अड्डे पर लोगों का स्वागत किया। उन्होंने हाथ मिलाकर और हाथ जोड़कर भारतीय नागरिकों का स्वागत किया। इ:जराइल से भारत लौटे यात्रियों ने एयरपोर्ट पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए वंदे मातरम के नारे लगाए। अधिकारियों के मुताबिक, शुक्रवार को भारत के लिए उड़ाने भरे दूसरे जत्थे में 235 भारतीय शामिल हैं। इसमें दो शिशु भी शामिल हैं। विमान ने तेल अवीव से रात 11.02 बजे उड़ान भरी थी। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शुक्रवार-शनिवार की मध्यरात्रि को एक्स पर पोस्ट किया, 235 भारतीय नागरिकों को लेकर दूसरी उड़ान इजराइल के तेल अवीव से रवाना हुई। यात्री मुख्य रूप से वे थे जो इज़राइल में रह रहे थे और काम कर रहे थे। उन्होंने इस पहल के लिए भारत सरकार की सराहना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।
इससे पहले शुक्रवार को ऑपरेशन अजय के तहत पहली फ्लाइट 212 भारतीय यात्रियों को लेकर दिल्ली में उतरी। इजराइल में फंसे होने के बाद निकाले गए लोगों ने उन्हें वापस लाने के लिए भारत सरकार को धन्यवाद दिया। एक यात्री द्वारा साझा किए गए वीडियो के अनुसार पहली उड़ान में यात्रियों द्वारा वंदे मातरम और भारत माता की जय के नारे भी लगाए गए। इससे पहले गुरुवार को इज़राइल में भारतीय राजदूत, संजीव सिंगला ने कहा कि इज़राइल में भारतीय दूतावास युद्धग्रस्त इज़राइल में भारतीय नागरिकों की भलाई सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है और बताया कि ऑपरेशन अजय के तहत दूतावास उन भारतीयों की मदद करेगा जो ऐसा करना चाहते हैं।
तेल अवीव से दूसरी उड़ान भरने से पहले एक भारतीय यात्री ने कहा, मैं भारत जा रहा हूं। यहां, मैं कृषि अनुसंधान संगठन में पोस्ट-डॉक्टरल छात्र हूं। मध्य इज़राइल में स्थिति काफी सामान्य है, गाजा सीमा, बेर्शेबा और आस-पास के क्षेत्रों की तरह नहीं। उन्होंने कहा, मुझे लगता है कि यह भारत सरकार की बहुत अच्छी पहल है। मैंने केवल यूरोपीय देशों को अपने नागरिकों को निकालते देखा है। इसलिए, मैं इसके लिए सरकार की सराहना करता हूं।एक अन्य यात्री ने भी इस पहल की सराहना की और पूर्व मंत्री सुषमा स्वराज के कार्यकाल को याद किया। उन्होंने कहा, मैं एआरओ में एक विजिटिंग साइंटिस्ट के रूप में काम करता हूं। बमबारी के कारण यहां स्थिति तनावपूर्ण है, और यह और भी गंभीर हो जाएगी। इसलिए, हम जा रहे हैं। घर पर हर कोई डरा हुआ है। ऑपरेशन अजय एक बहुत ही सकारात्मक कदम है और मैं वास्तव में इसकी सराहना करता हूं। सरकार सुषमा स्वराज के समय से ही ऐसे मिशन चला रही है।
इज़राइल में लगभग 18 हजार भारतीयों को वापस लाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा ऑपरेशन अजय शुरू किया गया था। भारतीयों का पंजीकरण गुरुवार से शुरू हो गया। इज़राइल में भारतीय दूतावास भारतीय कंपनियों को सहायता प्रदान कर रहा है और सहायता की आवश्यकता वाले भारतीय नागरिकों के लिए एक हेल्पलाइन स्थापित की है। बढ़ते संघर्ष को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने 24 घंटे का नियंत्रण कक्ष स्थापित किया था।
नियंत्रण कक्ष स्थिति की निगरानी करने और जानकारी और सहायता प्रदान करने में मदद करेगा। विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ऑपरेशन अजय के हिस्से के रूप में नई दिल्ली में स्थापित 24/7 नियंत्रण कक्ष का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि भारत इजराइल की स्थिति पर लगातार नजर रख रहा है और आवश्यक जानकारी और सहायता प्रदान कर रहा है। उन्होंने आगे कहा कि सरकार विदेश में भारतीयों की सुरक्षा के लिए हमेशा प्रतिबद्ध है।(एजेंसी)