threatened to bomb 400 schools : दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को दावा किया कि जिस स्टूडेंट ने राजधानी के 20 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी थी, उसका अफजल गुरु से कनेक्शन है. वही अफजल गुरु जिसे संसद पर हमले के जुर्म में फांसी दे दी गई थी. पुलिस ने कहा कि इस स्टूडेंट ने 400 से ज्यादा स्कूलों को ईमेल भेजे थे.
सीपी मधुप तिवारी ने कहा, इस लड़के का परिवार एक एनजीओ के साथ काम करता है और उस एनजीओ का एक खास राजनीतिक दल से संबंध है. इस संगठन ने अफजल गुरु को बचाने के लिए काफी कोशिशें की थीं. पुलिस को लगता है कि इस करतूत के पीछे सिर्फ बच्चा नहीं, कोई और लोग भी हैं.
सीपी मधुप तिवारी ने बताया कि साउथ जिले की साइबर टीम ने काफी कोशिशों के बाद केस की तह तक पहुंचने में कामयाबी हासिल कर ली है. 12 फरवरी से बहुत सारी मेल आती थीं कि स्कूलों में बम रखा है. इसके बाद स्कूलों में अफरातफरी मच जाती है. पढ़ाई रोक दी जाती है. बच्चों को आनन फानन में घर भेज दिया जाता है. पूरी जांच होती है और कुछ भी नहीं मिलता. इसके बाद दिल्ली पुलिस की टीम जब उस मेल की जांच कर रही थी, तो कई अजीब चीजें मिलीं.
लैपटॉप की जांच से खुला राज
पुलिस ने कहा, एडवांस तरीके से मेल भेजी जाती थी. हमने ईमेल प्रोवाइडर से डेटा लिया, लेकिन लीड नहीं मिली. 2025 में फिर ऐसी ईमेल आईं. फिर एक विंडो का पता चला, जो एक बच्चे का था. उसके लैपटॉप और फोन की फॉरेंसिक जांच की गई तो पता चला कि 400 से ज्यादा स्कूलों को ईमेल भेजी गई थी. फिर हम बच्चे के पीछे लग गए. उसके परिवार के बारे में पता लगाया. इसके पेरेंट्स जहां काम करते हैं, वहां के एनजीओ को तलाशा. यह एनजीओ एक पॉलिटिकल पार्टी के लिए काम करता था जो ऐसी पॉलिटिकल पार्टी का समर्थन करता था और अफजल गुरु का समर्थन करता था. इसकी डिजिटल एविडेंस की जांच कर रहे थे.
बच्चे का प्रोफाइल खंगाल रहे
पुलिस ने बताया कि धमकी भरा ईमेल भेजने में जो ब्राउजर इस्तेमाल किए हैं, उनका कंटेंट भी मिलता जुलता है. ये बड़ी इन्वेस्टिगेशन है. हम इसकी तहकीकात कर रहे हैं कि आखिर में इसका सूत्रधार कौन है. हम एनजीओ का डेटा खंगाल रहे हैं. हमें इस बच्चे की पूरी जानकारी पता करनी है. इसके लिए हम पूरा प्रोफाइल खंगाल रहे हैं. एग्जाम टालना या टेस्ट टालना वजह नहीं हो सकती, इसकी कुछ और वजह लगती है.
एक बच्चा तो ऐसा नहीं कर सकता
स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर ने कहा, जांच शुरुआती स्टेज में है. जैसे-जैसे आगे जांच होगी कई खुलासे होंगे. हम डार्क वेब, ब्राउजर और कई रूट देख रहे हैं. स्कूलों में लगातार 12 फरवरी 2024 से मास मेल आ रही थीं. मेल के चलते कई बार एग्जाम और टेस्ट कैंसिल करना पड़ रहा था. तब ऐसा लगता था कि कहीं इसके पीछे कोई आतंकी ग्रुप न हो. लेकिन 8 जनवरी 2025 को जो लास्ट ईमेल्स आई, उसी के आधार पर हम बच्चे की पहचान कर पाए. बच्चे के लैपटॉप की फोरेंसिक जांच से पता चला कि बच्चे ने 400 से ज्यादा इमेल्स भेजी थी. हमें शक हो रहा था कि एक बच्चा ये कैसे कर सकता है. इसलिए हमने आगे की जांच शुरू की.(एजेंसी)
ये भी पढ़ें :-

1 thought on “400 स्कूलों में बम की धमकी देने वाला बेनकाब”