Stock market : भारतीय शेयर बाजार में मंगलवार को भारी गिरावट रही। सप्ताह के दूसरे ही कारोबारी दिन दुनिया भर से मिले-जुले संकेतों के बीच ही बिकवाली हावी होने से बाजार नीचे आया है। इसके अलावा अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर पहुंचने से भी बाजार टूटा है। दिग्गज कंपनयों रिलायंस इंडस्ट्रीज और एचडीएफसी बैंक के शेयर में गिरावट से भी भी बाजार पर विपरीत प्रभाव पड़ा है। वहीं निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की बैठक से पहले ब्याज दरों में कटौती की संभावना को देखते हुए भी सतर्क रुख अपनाते दिखे । इससे भी बाजार में बिकवाली हावी रही।
दिन भर के कारोबार के बाद 30 शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स अंत में 1.30 फीसदी तकरीबन 1064.12 अंक की बड़ी गिरावट के साथ ही 80,684.45 पर बंद हुआ। इसी प्रकार 50 शेयरों वाला नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 1.35 अंक तकरीबन 332.25 अंक की गिरावट के साथ ही 24,336.00 पर बंद हुआ। निफ्टी की 50 कंपनियों में से 48 के शेयर गिरावट के साथ ही लाल निशान पर बंद हुए।
सेंसेक्स की सभी कंपनियों के शेयर मंगलवार को गिरावट में बंद हुए। भारती एयरटेल का शेयर सबसे ज्यादा 2.83 फीसदी गिरा। इंडसइंड बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, टीसीएस , रिलायंस इंडस्ट्रीज, नेस्ले इंडिया, एचडीएफसी बैंक, एलएडंटी, बजाज फिनसर्व,अल्ट्रा सीमेंट के शेयरों में अधिकतर गिरावट रही।
वित्तीय और उर्जा शेयरों में भारी बिकवाली की वजह से भी शेयर बाजार नीचे आया। साथ ही निवेशक अमेरिकी फेडरल रिजर्व की 18 दिसंबर की बैठक से पहले ब्याज दरों में कटौती के संकेतों को लेकर सतर्क रुख अपना रहे हैं। इसकी वजह भी बाजार में आज बिकवाली देखने को मिल रही है। वहीं गत दिवस भी बाजार गिरावट पर बंद हुआ था।
इससे पहले आज सुबह भी बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई। सेंसेक्स 200 से ज्यादा अंकों की गिरावट लेकर खुला जबकि निफ्टी 24,600 से नीचे आ गया। खुलने के बाद बाजार में गिरावट बढ़ गई। सेंसेक्स 800 अंक से ज्यादा टूट गया। निफ्टी 50 भी करीब 250 अंक फिसलकर 24500 के नीचे आ गया। बाजार में चौतरफा बिकवाली हावी रही। दक्षिण कोरिया में बाजार लाल निशान में कारोबार कर रहे थे क्योंकि देश में राजनीतिक अनिश्चितताओं का निवेशकों की भावनाओं पर असर पड़ रहा है। फेडरल रिजर्व नीति के नतीजों से पहले एशियाई बाजारों के ज्यादा बाजार ऊंचे स्तर पर कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार को मिलाजुला रुख रहा।(एजेंसी)
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