Health News : सर्दियों के समय ऐसे अनेकों साग बनाए जाते हैं, जो केवल इसी मौसम में मिलते हैं. पालक, मेथी के अलावा सरसों का साग बहुत स्वादिष्ट और पौष्टिक तत्वों से भरपूर होता है. यह एक पारंपरिक भारतीय व्यंजन है, जो विशेष रूप से सर्दियों के मौसम में तैयार किया जाता है. यह सरसों के पत्तों, पालक और बथुआ जैसे हरे पत्तेदार सब्जियों से बनाया जाता है. इसे मक्के की रोटी के साथ परोसा जाता है और घी या मक्खन के साथ इसका स्वाद बहुत ही ज्यादा अच्छा होता है.
सरसों का साग बनाने की विधि
सरसों का साग बनाने के लिए सरसों के पत्ते, पालक, बथुआ, मक्के का आटा, हरी मिर्च, अदरक, लहसुन, प्याज, टमाटर, घी या मक्खन, हल्दी पाउडर और नमक की जरूरत होती है. इसे बनाने के लिए सबसे पहले सरसों, पालक और बथुआ के पत्तों को अच्छे से धो लें और मोटे-मोटे टुकड़ों में काट लें. इन्हें 1-2 कप पानी, हरी मिर्च, अदरक और लहसुन के साथ धीमी आंच पर पकाएं.
इसके बाद जब पत्ते नरम हो जाएं, तो उन्हें ठंडा करके मिक्सर में पीसकर दरदरा पेस्ट बना लें. फिर एक कढ़ाई में घी या मक्खन गर्म करें और इसमें कटा हुआ प्याज डालकर सुनहरा होने तक भूनें. फिर टमाटर, हल्दी और नमक डालकर मसाला अच्छे से पकाएं. इसके बाद मसाले में तैयार साग का पेस्ट डालें और इसमें मक्के का आटा मिलाएं, ताकि साग गाढ़ा हो जाए. अब इसे धीमी आंच पर 15-20 मिनट तक पकने दें और बीच-बीच में चलाते रहें. इस तरह तैयार होता है सरसों का साग.
सरसों का साग खाने के फायदे
सरसों का साग एक स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर व्यंजन है, जो मुख्य रूप से ठंड के मौसम में खाया जाता है. आयुर्वेदिक डॉक्टर राजेंद्र चौधरी ने लोकल 18 को बताया कि सरसों के साग में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है, जो पाचन को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्याओं से राहत देता है. इसमें विटामिन-सी और एंटीऑक्सीडेंट्स मौजूद होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करते हैं. इसके अलावा सरसों के साग में कैल्शियम और मैग्नीशियम पाया जाता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है. इसमें पाए जाने वाले फाइबर, पोटैशियम और विटामिन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने और दिल की बीमारियों से बचाने में मदद करता है. डॉक्टर ने बताया कि त्वचा और बालों के लिए, आखों के लिए, डायबिटीज, एनीमिया, वजन घटाने में सरसों का साग सहायक है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.(एजेंसी)
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