चिकनगुनिया की पहली वैक्सीन को मंजूरी, हर साल होती है हजारों मौत...

नई दिल्ली : हर साल मच्छरों के कारण होने वाले रोग के चलते लाखों लोगो को अपने जान से हाथ धोना पड़ता है. डेंगू, जीका वायरस जैसे रोगों के लिए अब तक कोई टीका उपचार उपलब्ध नहीं है, अब तक इसके रोगियों को उपचार के तौर पर सहायक चिकित्सा ही दी जाती रही है.

चिकनगुनिया की पहली वैक्सीन को मंजूरी, हर साल होती है हजारों मौत...

नई दिल्ली : हर साल मच्छरों के कारण होने वाले रोग के चलते लाखों लोगो को अपने जान से हाथ धोना पड़ता है. डेंगू, जीका वायरस जैसे रोगों के लिए अब तक कोई टीका उपचार उपलब्ध नहीं है, अब तक इसके रोगियों को उपचार के तौर पर सहायक चिकित्सा ही दी जाती रही है. अब इससे जुडी बड़ी खबर सामने आ रही है. यूएस हेल्थ अथॉरिटी ने आज गुरुवार को चिकनगुनिया के लिए विश्व के पहले टीके को मंजूरी दे दी है.

मच्छरों के काटने से होने वाले वायरस को फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) दुनियाभर के लिए एक ‘उभरता हुआ वैश्विक स्वास्थ्य खतरा’ बताया है. इसी साल 2023 में बीते 30 सितंबर तक, दुनियाभर में तक़रीबन 440,000 चिकनगुनिया के मामले सामने आये जिसमें से 350 से ज्यादा लोगों ने अपनी जान गंवा दी. इस टीके को 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए मंजूरी दी गई है.

चिकनगुनिया के लक्षण –

मच्छरों से होने वाली बीमारी चिकनगुनिया भी है. यह चिकनगुनिया वायरस (CHIKV) से फैलती है. इसका पहला लक्षण बुखार और त्वचा पर दाने-चकत्ते निकलना होता है. बुखार अचानक से आता है और काफी तेज रहता है. इसके साथ ही जोड़ों का दर्द, सिरदर्द, जी मिचलाने-उल्टी जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं

चिकनगुनिया से बचाव –

मच्छरों को काटने से बचाव के हर तरीके अपनाएं.

पूरी बाजू के कपड़े पहनें.

रात में सोते समय खिड़की-दरवाजे बंद रखें.

मच्छरदानी का इस्तेमाल करें. मच्छर भगाने वाले क्वाइल्स से बचें.