Economic stability : उच्च शिक्षा के बिना आर्थिक स्थिरता असंभव हैःएम डब्ल्यू अंसारी (आईपीएस सेवानिवृत्त डी जी)
Economic stability : भारत के मुसलमानों के आर्थिक पिछड़ेपन का मुख्य कारण शिक्षा से दूरी है, आजीविका की मजबूती ही हर समस्या का समाधान है और उच्च शिक्षा के बिना आर्थिक मजबूती असंभव है।
Economic stability : भारत के मुसलमानों के आर्थिक पिछड़ेपन का मुख्य कारण शिक्षा से दूरी है, आजीविका की मजबूती ही हर समस्या का समाधान है और उच्च शिक्षा के बिना आर्थिक मजबूती असंभव है। उक्त बातें छत्तीसगढ़ व मध्य प्रदेश के पूर्व डीजीपी वज़ीर अंसारी ने राष्ट्रीय सहारा के प्रतिनिधि से बातचीत के दौरान कही।
वह निजी दौरे पर अलीगढ़ आए थे। वह अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र भी हैं, मुस्लिम विश्वविद्यालय के गेस्ट हाउस में बोलते हुए उन्होंने कहा कि सर सैयद के शैक्षिक मिशन को आगे बढ़ाने के लिए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि आज की सत्तारूढ़ पार्टी हमेशा यह आरोप लगाती रही है कि अन्य राजनीतिक दलों ने मुसलमानों को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया है और उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया है।
मौजूदा सरकार सिर्फ मनवादियों और बड़े व्यापारिक घरानों (पूंजी वादी) को बढ़ावा दे रही है और देश में बंटवारे की राजनीति कर रही है, गौरतलब है कि वजीर अंसारी मुसलमानों को उच्च शिक्षा से जोड़ने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रा अपने क्षेत्रा में विशेष रूप से एक सूचना केंद्र खोलें और उन्हें मुसलमानों और गरीब वर्गों के हित में सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाओं से अवगत कराएं, यह बहुत महत्वपूर्ण कार्य है। सिर्फ बीजेपी को कोसने और उनके खिलाफ नारे लगाने से कुछ नहीं होगा, उन्होंने कहा कि मुसलमानों को भी सांप्रदायिक जातीय झगड़े से बाहर निकलना होगा और सिर्फ विकास मिशन पर काम करना होगा।
सर सैयद ने कभी भी जात-पात को बढ़ावा नहीं दिया उन्होंने अपना सारा जीवन विशेष रूप से मुसलमानों के विकास मिशन पर काम किया। उन्होंने कहा कि मुझे यह कहते हुए दुख हो रहा है कि छात्रा सर सैयद अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के मूल मिशन से दूर जा रहे हैं, साल में एक बार जश्न मनाना सर सैयद के मिशन को बढ़ावा देना नहीं है, वज़ीर अंसारी ने कहा कि मुसलमानों को इसकी कोई जरूरत नहीं है. राजनीति में रहो, अगर आज अनुकूल माहौल नहीं है तो शिक्षा में मेहनत करो और सिविल सर्विसेज में जाओ, दुनिया मुसलमानों को महत्व देगी, इसी मिशन पर काम कर रहा हूं।