नेपाल में चीन की आलोचना करने वाले नेता पर जानलेवा हमला, खून से लथपथ पूर्व मंत्री को अस्पताल में भर्ती कराया 

नेपाली कांग्रेस के संयुक्त महासचिव महेंद्र यादव पर बुधवार दोपहर खुकुरी से जानलेवा हमला किया गया। एक प्रेस मीटिंग के खत्म होने के कुछ ही मिनट बाद उनके सिर के पीछे वार किया गया। खून से लथपथ पूर्व मंत्री को तत्काल ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।

नेपाल में चीन की आलोचना करने वाले नेता पर जानलेवा हमला, खून से लथपथ पूर्व मंत्री को अस्पताल में भर्ती कराया 

नेपाली कांग्रेस के संयुक्त महासचिव महेंद्र यादव पर बुधवार दोपहर खुकुरी से जानलेवा हमला किया गया। एक प्रेस मीटिंग के खत्म होने के कुछ ही मिनट बाद उनके सिर के पीछे वार किया गया। खून से लथपथ पूर्व मंत्री को तत्काल ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।

इस हमले के पीछे का मकसद नेपाल में चीन के राजदूत चेन सोंग द्वारा नेपाल-भारत संबंधों के संबंध में दिए गए गैर-राजनयिक बयान को बताया जा रहा है। इस बयान को लेकर महेंद्र यादव ने चीनी राजदूत की आलोचना की थी।
प्रेस मीट में चीनी राजदूत की आलोचना करने के कुछ देर बाद ही महेंद्र यादव पर 47 वर्षीय श्याम सपकोटा नाम के एक व्यक्ति ने हमला कर दिया। पुलिस ने खुकुरी से हमला करने वाले सापकोटा को पकड़ लिया है। वह प्रेस क्लब में आयोजित मीट में शामिल था। प्रेस वार्ता के दौरान वह आगे की पंक्ति में बैठा था। उन्होंने अपने सिर पर काले रंग की राष्ट्रीय टोपी पहन रखी थी और उन्होंने अपनी गोद में एक काला बैग सावधानी से पकड़ रखा था। इस हमले में महेंद्र यादव के सिर के पिछले हिस्से में गहरी चोट लगी और वे लहूलुहान हो गए। फिलहाल ट्रॉमा सेंटर में उनका इलाज चल रहा है। हालांकि अब डॉक्टरों ने मंत्री महेंद्र यादव को खतरे से बाहर बताया है।

नेपाल और भारत के बीच संबंधों पर राजदूत सोंग की विवादास्पद टिप्पणी पिछले शनिवार को काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की गई थी। नेपाल में चीनी राजदूत चेन सोंग ने राजनयिक परंपराओं का उल्लंघन करते हुए भारत के खिलाफ जी-भरकर जहर उगला था। चीनी राजदूत ने एक कार्यक्रम में बोलते हुए कहा था कि भारत की नीतियां, नेपाल और दूसरे पड़ोसियों के प्रति सही नहीं हैं। चीनी राजदूत यह दर्शाते दिखे थे, कि भारत के साथ नेपाल का व्यापार नेपाल के लिए फायदेमंद साबित नहीं हो रहा है। उनके इस बयान के बाद मंत्री महेंद्र यादव ने बुधवार को प्रेस मीट में चीनी राजदूत के बयान और चीन के आधिकारिक मानचित्रों से नेपाल के कुछ हिस्से को गायब करने पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने विदेश मंत्रालय से चीनी राजदूत से स्पष्टीकरण मांगने को कहा। 

यादव ने इस बात पर भी जोर डाला कि चीन द्वारा COVID-19 महामारी के दौरान नेपाल को सहायता प्रदान करने में बार-बार विफल होने के बावजूद, भारत ने जरूरत पड़ने पर लगातार नेपाल को समर्थन दिया है। चीनी राजदूत के बयानों के संबंध में यादव की पिछली टिप्पणियों को देखते हुए, यादव पर अचानक हमले ने संदेह पैदा कर दिया है। कार्यक्रम के दौरान यादव ने कहा, ''नेपाल में चीनी राजदूत के नेपाल-भारत संबंधों को लेकर दिए गए बयान से नेपाल में हलचल मच गई है। यह यह कूटनीतिक मानदंडों के खिलाफ है।" यादव ने कहा कि नेपाल एक संप्रभु राष्ट्र है और इसके संबंध और व्यापारिक सौदे देश के आंतरिक मामले हैं। उन्होंने कहा, "राजदूत सोंग की टिप्पणियों ने नेपाल की संप्रभुता का उल्लंघन किया है और नेपाली लोगों का अपमान किया है।" उन्होंने आगे कहा, "हम चीन के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध बनाए रखते हैं, चीनी राजदूत को अन्य देशों के साथ नेपाल के संबंधों पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है। उनके बयान नेपाल की संप्रभुता का उल्लंघन और नेपालियों का अपमान हैं।'' उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि किसी भी विदेशी राजदूत को नेपाल को राजनयिक मामलों के बारे में सिखाने का प्रयास नहीं करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम कूटनीति में पारंगत हैं और समझते हैं कि चीन के साथ कैसे जुड़ना है।