बेघर, बेसहारा ,पीड़ितों के लिए संस्था दानपात्र ने की आश्रम की शुरुआत जहां खाने पीने रहने से लेकर इलाज तक होगा सबकुछ निःशुल्क
हम राह चलते किसी किसी की मदद तो करते है पर क्या हम वापिस जानकारी लेते है की जिसकी हमने मदद करी उस व्यक्ति के साथ अब क्या हुआ, या अब उस व्यक्ति की क्या स्थति है, हम ऐसा कुछ भी नहीं करते क्योंकि हमारे पास समय नहीं है परंतु इसी बात को ध्यान रखते हुए संस्था दानपात्र ने एक नई शुरुवात करी है।संस्था दानपात्र द्वारा एक नि शुल्क आश्रम की शुरुवात करने का रहा है जिसमे बेसहारा लोग बिना कोई शुल्क दिए आराम से अपना जीवन बिता सकते है।
हम राह चलते किसी किसी की मदद तो करते है पर क्या हम वापिस जानकारी लेते है की जिसकी हमने मदद करी उस व्यक्ति के साथ अब क्या हुआ, या अब उस व्यक्ति की क्या स्थति है, हम ऐसा कुछ भी नहीं करते क्योंकि हमारे पास समय नहीं है परंतु इसी बात को ध्यान रखते हुए संस्था दानपात्र ने एक नई शुरुवात करी है।संस्था दानपात्र द्वारा एक नि शुल्क आश्रम की शुरुवात करने का रहा है जिसमे बेसहारा लोग बिना कोई शुल्क दिए आराम से अपना जीवन बिता सकते है।
दरअसल संस्था दानपात्र अभी तक लाखों लोगों की मदद कर चुकी है और कई बेसहारा लोगों को रोजगार भी संस्था द्वारा प्रदान किया गया है। परंतु बेसहारा लोगों की मदद करने के कुछ समय बाद वह वापिस ऐसी ही स्थति में आ जाते है इसका कारण है उनके पास अपना घर नही होना। परंतु इस समस्या का समाधान संस्था दानपात्र ने ढूंढ निकाला है अब को भी बेसहारा लोगों की संस्था द्वारा मदद की जाएगी उन्हे इसी आश्रम में पनाह दी जाएगी, संस्था द्वारा जरूरतमंदो को मुफ्त में भोजन से लेकर सभी दैनिक जरुरते पूरी की जाएगी। जिससे की जरूरतमंदो के स्वास्थ का ध्यान भी रखा जाएगा और आत्म विकास के कार्यक्रम भी प्रदान किए जाएंगे।
दानपात्र का यह कदम समाज को शक्ति प्रदान करेगा तथा मानवता की मिशाल पेश होगी। गरीब और जरूरतमंद लोगों में एक आशा की किरण जागेगी। संस्था के फाउंडर ने बताया की उनका उद्देश्य ही देश से गरीबी खत्म करना तथा बेसहारा लोगों को सहारा प्रदान करना है। दानपात्र के इस समाजसेवी कदम में हम सब को साथ देना चाहिए तथा जरूरतमंदो की सहायता करनी चाहिए , संस्था द्वारा नशे से पीढ़ित लोगों के की मदद के लिए भी अभियान चलाया जा रहा है जिससे माध्यम से सोशल मीडिया अवेयरनेस के साथ साथ ऐसे पीड़ितों को नशा मुक्ति केंद्र भेज इनके जीवन में सुधार लाने के लिए प्रयास किए जा रहे है
"दानपात्र" क्या है कैसे हुई इसकी शुरुआत ?
संस्था "दानपात्र" एक ऑनलाइन निः शुल्क एप के माध्यम से कार्य करती है जिसकी मदद से घरों में उपयोग में न आ रहे सामान जैसे कपड़े ,खिलोने ,किताबें ,जूते ,बर्तन इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स , फर्नीचर एवं अन्य सामान को कलेक्ट कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है पिछले 5 वर्षों में दानपात्र के माध्यम से लगभग 35 लाख से ज्यादा जरूरतमंद परिवारों तक मदद पहुंचाई जा चुकी है देश भर में कार्य कर रही संस्था "दानपात्र" से 35 हजार से ज्यादा वालंटियर्स जुड़े हुए है जो अपना समय देकर सहयोग करते है संस्था "दानपात्र" द्वारा अलग अलग शहरों में सेंटर बनाएं गए है जहां आकर कोई भी ऐप में रिक्वेस्ट डालकर सामान डोनेट कर सकता है "दानपात्र" टीम द्वारा इस सामान को फिल्टर कर उपयोग लायक बना जरूरतमंद परिवारों तक पहुँचाया जाता है "दानपात्र" देने वाले और लेने वालों के बिच सेतु बनकर दोनों की ही मदद कर रहा है संस्था दानपात्र का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड , 3 बार इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड के साथ साथ कई रिकॉर्ड्स में दर्ज किया जा चुका है
संस्था गरीब एवं जरूरतमंदों की मदद के साथ-साथ नि:शुल्क शिक्षा के माध्यम से बच्चों एवम महिलाओं को शिक्षित कर रही है दानपात्र निःशुल्क पाठशाला देश के कई शहरों में हजारों बच्चों को निःशुल्क शिक्षा देकर शिक्षित कर रही है जिससे आर्थिक परिस्थितियों के चलते जो बच्चें पढ़ नही पाते है वह दानपात्र निःशुल्क पाठशाला के माध्यम से अपने अधूरे सपनों को पूरा कर रहे है ।
इंदौर के साथ-साथ देश के 100 से अधिक शहरों में "दानपात्र" के माध्यम से सेवा कार्य कर लोगों की मदद की जा रही है जल्द ही पूरे भारत के साथ साथ अन्य देशों में भी शुरू किया जाने वाला है दानपात्र।
आप भी जुड़ सकते है "दानपात्र" फाउंडेशन के इस अभियान से
आप भी अपने उपयोग में न आ रहे पुराने सामान को डोनेट करके या फिर वालंटियर बनकर "दानपात्र" के इस अभियान से जुड़ सकते है इसके लिए आप "दानपात्र" के हेल्पलाइन नंबर 6263362660 ,7828383066 पर संपर्क कर सकते है।