एशिया प्रशांत और पूर्वी एशिया के देश रोबोट के इस्तेमाल में सबसे आगे है
बीजिंग : दुनिया भर में ना केवल औद्योगिक उत्पादन में बल्कि घरेलू कार्यों में भी रोबोट का उपयोग होने लगा है। ये रोबोट फर्श, खिड़की-दरवाजे, बगीचे आदि साफ कर कर सकते है
बीजिंग : दुनिया भर में ना केवल औद्योगिक उत्पादन में बल्कि घरेलू कार्यों में भी रोबोट का उपयोग होने लगा है। ये रोबोट फर्श, खिड़की-दरवाजे, बगीचे आदि साफ कर कर सकते है इंसानों के रोजमर्रा के कार्यो जैसे सामान उठाना, उनके लिए चाय- खाना बनाकर देन, सर्व करना, आदि बहुत सारे कार्य कर सकते हैं।
यह क्षेत्र ना केवल अभी तेजी से बढ़ कर पांच गुना हो सकता है। रोबोट के इस्तेमाल में एशिया प्रशांत और खासकर पूर्वी एशिया के देश सबसे आगे है।घरेलू स्वचालित रोबोट एकीकृत “इन-कंट्रोल सिस्टम” के जरिए संचालित किया जाता है। ये हाउसहोल्ड रोबोट या घरेलू रोबोट स्वचलित सेवा रोबोटिक के प्रकार होते हैं जिन्हें फर्श या स्विमिंग पूल की सफाई जैसे खास कार्यों से लेकर बहुल कार्यों के लिए उपयोग में लाया जा सकता है।
उन्हें वरिष्ठ नागरिकों के सेवाओं, बच्चों की देखभाल जैसे कार्यों के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।2019 से 2024 के दौर की बात की जाए तो घरेलू रोबोट के बाजार में एशिया प्रशांत सबसे ज्यादा भागीदारी करने वाला क्षेत्र बन के उभरा है। इसका उपभोक्ता की मांग के साथ सीधा संबंध है यानी साफ है कि इसी क्षेत्र में रोबोट सबसे ज्यादा उपयोग में ला जा रहे हैं और उम्मीद की जा रही है कि आने वाले समय में यह मांग और तेज होने वाली है।हाल के सालों में तेजी से निवेश बढ़ने से चीन, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों में रोबोट का उपयोग भी सबसे ज्यादा बढ़ गया है देखने को मिला है।
इसमें भी चीन ना केवल अभी शीर्ष पर है बल्कि आने वाले समय में भी एशिया प्रशांत में सबसे तेज वृद्धि वाला देश बन कर उभरा है। वहीं भारत अभी मांग इस तरह से तेज नहीं है लकिन कम भी नहीं है।इसकी वजहें भी स्पष्ट है। घरेलू उपकरणों में ऑटोमेशन का बढ़ना, अन्य देशों के साथ विकसित देशों में खास तौर से श्रम की कीमतों में इजाफा, कोविड-19 महमारी के बदले परिदृश्य में बढ़ती सुरक्षा चितांएं ऐसे कारण है तो घरेलू रोबोट के मांग को वैश्विक बाजार में बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं जिसका असर बाजार में दिखाई भी देने लगा है।
इसकी वजहें भी स्पष्ट है। घरेलू उपकरणों में ऑटोमेशन का बढ़ना, अन्य देशों के साथ विकसित देशों में खास तौर से श्रम की कीमतों में इजाफा, कोविड-19 महमारी के बदले परिदृश्य में बढ़ती सुरक्षा चितांएं ऐसे कारण है तो घरेलू रोबोट के मांग को वैश्विक बाजार में बढ़ाने में योगदान दे रहे हैं जिसका असर बाजार में दिखाई भी देने लगा है। जैसे-जैसे श्रम की लागत बढ़ती जा रही है और ऐसा जहां भी देखने को मिल रहा है वहां बाजार का घरेलू रोबोट की ओर झुकाव बढ़ रहा है।
रोबोट वैक्यूम क्लीनर घरेलू कार्यो का बोझ कम करने में मददगार होते हैं और इसका रोबोट की वृद्धि पर खासा असर देखने को मिला है और तो और यह रोबोट की मांग बढ़ने का एक बहुत कारक भी निकल कर आया है। वहीं आधुनिक रोबोट तकनीक में भी खासा इजाफा देखने को मिला है। अब घरेलू रोबोट भी कम्प्यूटर का इस्तेमाल करने लगे हैं जिससे उन्होंने घर के काम करने समय कम लगता है।(एजेंसी)